विद्यार्थियों और शिक्षकों का अकादमिक विकास हो यह विश्वविद्यालय के स्तर पर सबसे महत्वपूर्ण बात है - कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय
विक्रम विश्वविद्यालय और आईसेक्ट लर्न भोपाल के मध्य एम ओ यू हुआ
उज्जैन। उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद कक्ष में विक्रम विश्वविद्यालय और आईसेक्ट लर्न भोपाल के मध्य एम ओ यू किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय ने गत कुछ समय से विद्यार्थियों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौते किए हैं।
इसी श्रृंखला में मंगलवार को विक्रम विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद कक्ष में आईसेक्ट भोपाल और विक्रम विश्वविद्यालय के मध्य द्विपक्षीय समझौतेपर हस्ताक्षर किए गए। इस एम ओ यू के तहत आईसेक्ट भोपाल विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता से जुड़े पाठ्यक्रमों का ज्ञान देगा।
इस अवसर पर आईसेक्ट भोपाल की ओर से डॉ अनिल तिवारी, डॉ पूजा चतुर्वेदी, डॉ मनोज त्रिपाठी और कुमारी भूमिका जैन ने भाग लिया और अपनी संस्था के मूल उद्देश्यों के बारे में समझाया।
इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना होता है। उन्होंने कहा कि दोनों संस्थाओं के सामंजस्य से विद्यार्थी अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकेंगे।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने हर्ष जताते हुए कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय सदैव इस प्रकार के संस्थानों के साथ अकादमिक आदान प्रदान के अवसर तलाशता आया है, जिससे विद्यार्थियों का लाभ हो सके। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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