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विक्रम यूनिवर्सिटी को हायर एजुकेशन रिव्यू मैगज़ीन द्वारा भारत में शीर्ष 10 सबसे सम्भावनापूर्ण मानविकी और सामाजिक विज्ञान संस्थान 2024 के रूप में चुना गया

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन को हायर एजुकेशन रिव्यू मैगज़ीन द्वारा भारत में शीर्ष 10 सबसे होनहार मानविकी और सामाजिक विज्ञान संस्थान 2024 के रूप में चुना गया है। पत्रिका के अगले अंक में भारत में मानविकी और सामाजिक विज्ञान पर प्रकाश डाला जाएगा, जहाँ वे भारत में शीर्ष 10 सबसे आशाप्रद मानविकी और सामाजिक विज्ञान कॉलेज - 2024 की सूची प्रकाशित करेंगे। बेंगलुरु, भारत से प्रकाशित हायर एजुकेशन रिव्यू पत्रिका है, जिसका उद्देश्य भारत अलग अलग क्षेत्रों के छात्रों को शैक्षणिक संस्थानों के बारे में वस्तुनिष्ठ जानकारी प्रदान करना है। हायर एजुकेशन रिव्यू प्रत्येक अंक में विशेषज्ञ सलाह और कैरियर मार्गदर्शन, उच्च अध्ययन और अन्य प्रासंगिक विषयों पर जानकारी लाकर छात्रों की उच्च शिक्षा की आवश्यकता को पूरा करने का निरंतर प्रयास कर रहा है। हायर एजुकेशन रिव्यू मैगज़ीन के अगले अंक में भारत में मानविकी और सामाजिक विज्ञान पर प्रकाश डाला जाएगा, जहाँ वे भारत में शीर्ष 10 सबसे होनहार मानविकी और सामाजिक विज्ञान कॉलेज - 2024 की सूची प्रकाशित करेंगे। इस अंक में संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों, कैंपस और ऑफ-कैंपस में उनकी सुविधाओं, नौकरी की उपलब्धता आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। हायर एजुकेशन रिव्यू के संपादकीय बोर्ड ने 'विक्रम यूनिवर्सिटी' को "भारत में शीर्ष 10 सबसे संभावनापूर्ण मानविकी और सामाजिक विज्ञान कॉलेज - 2024" के रूप में चुना है। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि यह पत्रिका विक्रम विश्वविद्यालय का प्रोफाइल प्रकाशित करेगी जो कि संस्था के प्रवक्ता से साक्षात्कार के बाद बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह प्रोफाईल संकाय, कार्यक्रम की महत्ता और छात्रों के लिए सहयोग पर केंद्रित होगी। साथ ही इसी प्रोफ़ाइल में 'विक्रम विश्वविद्यालय' के वर्तमान छात्रों और पूर्व छात्रों के प्रशंसापत्र भी शामिल किए जायेंगे, उन्होंने कहा कि यह विक्रम विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है कि विश्वविद्यालय के योगदान को इस पत्रिका द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है। इससे विश्वविद्यालय से संबंधित जानकारी व्यापक स्तर पर फैलेगी। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर अनिल कुमार शर्मा एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि इस प्रकार से विश्वविद्यालय के योगदान के सम्बंध में यदि देश की महत्वपूर्ण पत्रिकाओं में प्रकाशित होगा तो इससे विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।  उन्होंने कहा इस समाचार के बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों में हर्ष का माहौल है।

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