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राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुरूप पोर्टफोलियो असेसमेंट में सभी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करें - कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 (एनईपी): शिक्षा में व्यापक परिवर्तन की परिकल्पना

संयुक्त राष्ट्र के 79वें स्थापना दिवस के अवसर पर जेएनआईबीएम में 4 डी कार्यक्रम

उज्जैन। संयुक्त राष्ट्र के 79वें स्थापना दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (जेएनआईबीएम), विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में 4डी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभिमुखीकरण, दीक्षा एवं मैत्रीय मिलन कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज के आशीर्वचन उद्बोधन से हुआ, जिसमें उन्होंने छात्रों को उनके करियर उद्देश्यों की स्पष्टता और व्यक्तित्व विकास के महत्व पर जोर दिया।

कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने विशेष रूप से डिजाइन किए गए 4 डी कॉम्बो प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को मैत्रीय मिलन और अभिमुखीकरण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत, हमें पोर्टफोलियो असेसमेंट और बहुरूपी मूल्यांकन के माध्यम से छात्रों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। यह न केवल उनकी अकादमिक सफलता में सहायक होगा, बल्कि उनके समग्र विकास में भी योगदान देगा।"

दीपावली महोत्सव और संयुक्त राष्ट्र के 79 वें स्थापना दिवस के अवसर पर 24 अक्टूबर को एचडीएफसी पूर्व छात्र टीम, इस्कॉन समूह और अन्य अतिथि वक्ताओं, जैसे इंजी. अनिकेत जी (डेटा वैज्ञानिक, नोएडा) और श्री प्रफुल्ल शुक्ला (सीनियर प्रबंधक, रिलायंस समूह इकाई, उज्जैन), ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। इसके साथ ही, एचडीएफसी बैंक के उपाध्यक्ष गौरव अस्थाना, प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता (निदेशक, जेएनआईबीएम), प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान, संकायअध्यक्ष व्यवसाय प्रबंध प्रो. एफसीए डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. सचिन राय, डॉ. नयनतारा डामोर, श्री राकेश खोती, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी एवं स्टाफ श्री गोविंद तोमर एवं अन्य सदस्यों ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

जेएनआईबीएम की पूर्व छात्रा डॉ. मेघना पांडिव्या (एवीपी, एचडीएफसी) और श्री नीलेश ठाकुर (बीएम, एचडीएफसी) ने भी अपने बीस साल से अधिक पुरानी यादें साझा करते हुए नई प्रबंध पीढ़ी और 2024 की नई बैच के शोधार्थियों को संबोधित किया। कुलगुरु जी के अध्यक्षीय वक्तव्य पर जोर देते हुए, उन्होंने नई शिक्षा नीति अनुरूप पोर्टफोलियो असेसमेंट और बहुरूपी मूल्यांकन में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने का आव्हान किया और संस्थान को भरपूर सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।


इस अनूठे 4डी कार्यक्रम ने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नवीनता को प्रदर्शित किया, बल्कि छात्रों को प्रेरित करने का भी कार्य किया, जिससे वे अपने करियर में सफल हो सकें।


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