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Showing posts from November, 2024

निवाड़ी में नवीन यूनियन बैंक शाखा का शुभारंभ

बैंक सेवाओं का उद्यम व विकास में प्रभावी उपयोग हो : श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा 🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 निवाड़ी/भोपाल । आज निवाड़ी ज़िला मुख्यालय पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में यूनियन बैंक की नवीन सिविल लाइन शाखा का उदघाटन श्री अवधेश प्रताप सिंह यादव, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधानसभा द्वारा  किया गया । इसके पूर्व उनके द्वारा सपत्नी ओरछा में श्री रामराजा सरकार के दर्शन किये गये। इस अवसर पर मुख्य अथिति श्री अवधेश प्रताप सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि, इस कार्यक्रम के माध्यम से मैं अपनों के बीच आया हूँ । प्रमुख सचिव श्री सिंह ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि, बैंकिंग व्यवस्था का  योजनाओं में प्रभावी उपयोग जागरूकता एवं रचनात्मक सोच के साथ क्षेत्र के आम जन की समृद्धि एवं उद्यम विकास में किया जाय।यूनियन बैंक ऑफ़ इण्डिया देश की प्रतिष्ठित बैंक है, इसके मुंबई मुख्यालय का वर्ष 1921 में उदघाटन महात्मा गांधी द्वारा किया गया था, इस शाखा के शुभारंभ में ही उद्यमी ऋण व वित्तीय कार्य हुए हैं ।  उन्होंने नागरिकों से आव्हान किया कि हमार...

विश्व सतत परिवहन दिवस पर वर्चुअल सस्टेनेबिलिटी समिट का आयोजन

उज्जैन। प्रबंध संकाय - पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, आईआईसी-आईक्यूएसी द्वारा यूएनजीए-विश्व सतत परिवहन दिवस 26 नवंबर के अवसर पर वर्चुअल सस्टेनेबिलिटी समिट का आयोजन किया गया। यह समिट ज्ञान सांध्य संस्करण के रूप में संपन्न हुआ, जिसमें प्रमुख वक्ताओं ने सतत परिवहन और पर्यावरणीय स्थिरता के विषय में अपने विचार साझा किए। समिट को संबोधित करते हुए डॉ. मेघना वर्मा (पूर्व छात्र), जो वर्तमान में रामाय्या इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर में एसोसिएट प्रोफेसर एवं स्थायित्व केंद्र की प्रधान हैं, ने वैश्विक परिवहन प्रणाली में स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. वर्मा, जो भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर से पीएचडी हैं, ने अपने अनुभवों के आधार पर समिट में भाग लिया और सतत परिवहन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की महत्ता को रेखांकित किया। समिट में प्रोफेसर डॉ. अर्पण भारद्वाज, माननीय कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के आईआईसी-आईक्यूएसी द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को सुदृढ़ करने के योगदान को उजागर कि...

शिव भक्ति से मिलता है मोक्ष

■ प्रभु भक्ति एवं प्रभु प्राप्ति ही मनुष्य के जीवन का प्रमुख लक्ष्य होता है - युग विभूति विदुषी रिचा गोस्वामी   🙏 द्वारा,  राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । शिव मंदिर कटसी टीटी नगर भोपाल में चल रही शिव महापुराण की कथा का आज द्वितीय दिवस प्रसन्नता पूर्वक संपन्न हुआ । कथा व्यास युग विभूति विदुषी रिचा गोस्वामी जी ने कथा के माध्यम से बताया कि, भगवान भोलेनाथ को आशुतोष कहा जाता है, जो बड़ी सरलता से, सहजता से, प्रसन्न हो जाएं, वही आशुतोष भगवान भोलेनाथ हैं । वह अपने भक्तों को मनोवांछित फल देने के लिए कल्पवृक्ष के समान हैं । जिसे पुत्र की कामना है, उसे पुत्र की प्राप्ति हो जाती है । जिसे धन की कामना है, उसे धन की प्राप्ति हो जाती है ।  जिसे विद्या की कामना है, उसे विद्या की प्राप्ति होती है एवं जिसे मुक्ति की कामना है, उसे मोक्ष मिल जाता है । प्रत्येक मनुष्य को जीवन के रहते हुए भगवत भजन करना बहुत जरूरी है ।  कथा के माध्यम से देवी जी ने आज विस्तार पूर्वक प्रथम शिवलिंग प्रकट की कथा को श्रवण कराया, रुद्राक्ष की महिमा को बतलाया । 14 प्रकार के रुद्राक्ष कैसे धारण ...

सांस्कृतिक और भावात्मक बपुनर्जागरण की अग्रदूत थीं लोक माता अहिल्याबाई – डॉ. शर्मा

अहिल्यादेवी होलकर त्रिशताब्दी वर्ष पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में हुआ शिवचरणरत  लोकमाता अहिल्याबाई की यशोगाथा एवं समाज सेवा के संदर्भ में पर मंथन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में अहिल्यादेवी होलकर त्रिशताब्दी वर्ष पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। राष्ट्रीय संगोष्ठी  में देश के विभिन्न राज्यों के वक्ताओं ने शिवचरणरत  लोकमाता अहिल्याबाई की यशोगाथा एवं समाज सेवा के संदर्भ में पर मंथन किया।  संगोष्ठी में हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने मंतव्य में कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने स्त्री के समस्त रूपों को स्वीकार करते हुए उन्हें सार्थक किया। वे सांस्कृतिक और भावात्मक पुनर्जागरण की अग्रदूत थीं। जॉन मालकन ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्होंने स्थान स्थान पर मालवा की सिरमौर की धवल कीर्ति की चर्चा सुनी थी।  मुख्य अतिथि डॉ हरिसिंह पाल, महामंत्री  नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर संकल्पित महिला थीं। नारी सशक्तीकरण में उनका बहुत बड़ा...

मध्यप्रदेश विधान सभा में उत्साह पूर्वक बनाया गया संविधान दिवस

संविधान निर्माण में हमारे प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान - अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, विधान सभा मध्यप्रदेश 🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल ।  संविधान को अंगीकार किये हुये 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मध्यप्रदेश विधानसभा में उत्साहपूर्वक संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का प्रांरभ श्री ए.पी. सिंह, प्रमुख सचिव, विधान सभा के साथ विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा संविधान प्रारूपण समिति के अध्यक्ष भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके प्रति कृतज्ञता के साथ हुआ। तत्पश्चात् विधान सभा के सभागार में प्रमुख सचिव, विधान सभा द्वारा संविधान के संबंध में तथ्य परक जानकारी देते हुये सामूहिक रूप से संविधान की उद्देशिका का वाचन कराया गया। इस अवसर पर विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह जी ने उल्लेख किया कि, अभी संविधान का अमृतकाल चल रहा है। हमारे प्रदेश के अनेक राजनेता संविधान सभा के सदस्य रहे हैं, हमारे देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की सफलता का श्रेय मुख्य रूप से संविधान में निर्धारित सुदृढ़ व्यवस्था व संस्थागत ढांचे को...

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