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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विद्यार्थियों के लिए स्किल बेस्ड सिस्टम है, जो शिक्षा को रोजगारमूलक बनाता है - डॉ. ज्ञानेंद्र त्रिपाठी

विक्रम विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर व्याख्यान आयोजित

उज्जैन। वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. ज्ञानेंद्र त्रिपाठी, जीएस कॉलेज, जबलपुर ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विस्तृत चर्चा की और बताया कि यह नीति विद्यार्थियों के लिए एक स्किल बेस्ड सिस्टम प्रदान करती है, जिसके द्वारा शिक्षा को रोजगारमूलक बनाया गया है। डॉ. त्रिपाठी ने यह भी बताया कि, किस प्रकार वाणिज्य के विद्यार्थी बैंकिंग, डिफेंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रवेश कर सकते हैं और इसके लिए उनकी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करनी चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल ने अपने उद्बोधन में कहा कि, नई शिक्षा नीति 34 वर्षों के बाद आई है और इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता और कौशल में वृद्धि करना है। डॉ. भारल ने यह भी बताया कि इस नीति का लागू होने से विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे और उनके करियर में सुधार होगा।

इस अवसर पर डॉ. सुनील आडवाणी, शाजापुर और शा. महाविद्यालय माकड़ोंन के प्राचार्य डॉ. अनिल दीक्षित ने भी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और उन्हें इस नई शिक्षा नीति के लाभ को समझने की सलाह दी। 

कार्यक्रम में डॉ. अनुभा गुप्ता, डॉ. कायनात तंवर, डॉ. नेहा माथुर, डॉ. परिमिता सिंह, डॉ. आशीष मेहता, डॉ. नागेश पाराशर और अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रुचिका खंडेलवाल ने किया, जबकि विद्यार्थियों की तरफ से आभार व्यक्त किया गया, जिसे सुजल शर्मा ने प्रस्तुत किया।

यह व्याख्यान विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आने वाले लाभ और करियर के नए अवसरों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की।

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