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विकसित भारत अभियान 2047 की थीम पर आयोजित संभाग स्तरीय विश्वविद्यालयीन दो दिवसीय युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

लक्ष्य निश्चित है तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी, युवा करें अपना लक्ष्य निर्धारित – विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा 

दो दिवसीय युवा उत्सव में 22 विधाओं में सहभागिता की सात जिलों के लगभग साढ़े चार सौ युवाओं ने 

उज्जैन। संभाग स्तरीय विश्वविद्यालयीन दो दिवसीय युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह 23 नवम्बर को विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती हाल में  हुआ। 

विकसित भारत अभियान 2047 की थीम पर आयोजित इस उत्सव के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि उज्जैन उत्तर के माननीय विधायक श्री  अनिल जैन कालूहेड़ा थे। अध्यक्षता कुलगुरु डॉक्टर अर्पण भारद्वाज ने की। विशिष्ट अतिथि कार्यपरिषद सदस्य श्रीमती मंजूषा मिमरोट, कुलसचिव डॉक्टर अनिल कुमार शर्मा, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ एच. एल. अनिजवाल, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, युवा उत्सव संयोजक प्रोफेसर प्रो डी एम कुमावत एवं डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर सत्येंद्र किशोर मिश्रा मंचासीन थे। इस अवसर पर युवा उत्सव की 22 विधाओं में विजेता रहे विद्यार्थियों और दलों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र अर्पित किए गए।

समारोह के मुख्य अतिथि उज्जैन उत्तर के माननीय विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि युवा पढ़ाई को किसी भी तरह बोझ न मानें। निरंतर आगे बढ़ाने के लिए उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारना होगा। यदि पुरातन परंपराओं को अंगीकार करते हुए आगे बढ़ेंगे तो सफलता निश्चित मिलेगी। जीवन में प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य अवश्य होना चाहिए। यदि हमारा लक्ष्य निश्चित है तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी, युवा अपना लक्ष्य निर्धारित करें। 

कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि अपनी ऊर्जा और क्षमता को पहचान कर युवा आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हों। युवाओं में अपार संभावनाएं हैं। आवश्यकता उन्हें प्रेरणा देने और प्रतिभा को दिखाने की है। 

प्रारम्भ में स्वागत भाषण प्रोफेसर एस के मिश्रा द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में सभी गणमान्य अतिथियों को  विशिष्ट स्मृति चिन्ह कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, प्रो डी एम कुमावत, प्रो एस के मिश्रा द्वारा अर्पित किए गए। 


कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर प्रीति पांडे, डॉ वीरेंद्र चावरे एवं दुर्गाशंकर सूर्यवंशी ने किया। आभार प्रदर्शन डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने किया। समापन दिवस पर युवा उत्सव में गायन, वादन, चित्रांकन आदि विधाओं के अंतर्गत अनेक स्पर्धाओं का आयोजन किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।


युवा उत्सव परिणाम











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