भोपाल। भोपाल की यज्ञा पुरोहित ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है, बल्कि प्रतिष्ठित आईआईएसईआर तिरूपति में एक अनूठी उपलब्धि हासिल कर अपनी छाप भी छोड़ी है। यज्ञा पुरोहित और सिद्धार्थ पालीवाल बायोसाइंसेज में स्नातक अनुसंधान के लिए भारत के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन (एनसीयूआरबी) का नेतृत्व कर रहे हैं। । इस अग्रणी कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों और विशेषज्ञों को एकजुट करना, नए दृष्टिकोण को प्रोत्साहित कर सहयोग को बढ़ावा देना है। उनकी पहल शिक्षा जगत में यंग जनरेशन को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
16 और 17 दिसंबर को निर्धारित यह दो दिवसीय सम्मेलन भारत के विकासशील स्नातक अनुसंधान वातावरण में योगदान देने की पहलका अनुकरणीय उदाहरण है। यह एक ऐसा मंच जो देश भर के शोधकर्ताओं को एकजुट करता है, एनसीयूआरबी छात्रों को अपने स्वयं के अग्रणी प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाने का प्रयास करता है - जो कि अंडरग्रेजुएट्स के लिए अंडरग्रेजुएट्स द्वारा संचालित है।
किसी भी विषय के छात्र जो स्नातक कार्यक्रम में हैं या अपनी स्नातक डिग्री पूरी कर ली है या वर्तमान में स्नातकोत्तर/समकक्ष डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, भाग ले सकते हैं। शोधपत्र सार प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 3 नवंबर 2024 है। सम्मेलन के बारे में अधिक जानकारी और अपडेट के लिए कृपया आईआईएसईआर तिरूपति वेबसाइट देखें।
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