उज्जैन। प्रबंध संकाय - पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, आईआईसी-आईक्यूएसी द्वारा यूएनजीए-विश्व सतत परिवहन दिवस 26 नवंबर के अवसर पर वर्चुअल सस्टेनेबिलिटी समिट का आयोजन किया गया। यह समिट ज्ञान सांध्य संस्करण के रूप में संपन्न हुआ, जिसमें प्रमुख वक्ताओं ने सतत परिवहन और पर्यावरणीय स्थिरता के विषय में अपने विचार साझा किए।
समिट को संबोधित करते हुए डॉ. मेघना वर्मा (पूर्व छात्र), जो वर्तमान में रामाय्या इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर में एसोसिएट प्रोफेसर एवं स्थायित्व केंद्र की प्रधान हैं, ने वैश्विक परिवहन प्रणाली में स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. वर्मा, जो भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर से पीएचडी हैं, ने अपने अनुभवों के आधार पर समिट में भाग लिया और सतत परिवहन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की महत्ता को रेखांकित किया।
समिट में प्रोफेसर डॉ. अर्पण भारद्वाज, माननीय कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के आईआईसी-आईक्यूएसी द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को सुदृढ़ करने के योगदान को उजागर किया। इसके अतिरिक्त, प्रोफेसर डॉ. उमा शर्मा, डीन विज्ञान संकाय, प्रोफेसर डॉ. अनिल कुमार जैन, प्रोफेसर डॉ. डी.डी. बेदिया, और प्रोफेसर डॉ. राजेश टेलर, संकाय अध्यक्ष ने भी इस समिट में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक, पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने विशिष्ट वक्ताओं का स्वागत किया और उनके परिचय से समिट की शुरुआत की। समिट के अंत में डॉ. नयनतारा डामोर, समन्वयक आईआईसी-आईक्यूएसी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह समिट पर्यावरणीय स्थिरता और सतत परिवहन के विषय में जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जो संस्थान के प्रयासों को एक नई दिशा प्रदान करेगा।
Comments