आत्मनिर्भर भारत के लिए विद्यार्थियों की सक्रियता विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात- कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज
उज्जैन। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा आयोजित ज्ञानकुंभ कर्णावती में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के विद्यार्थियों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया।
विगत कुछ वर्षों में विक्रम विश्वविद्यालय ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अपने विद्यार्थी को विकसित किया है। इसी शृंखला में विद्यार्थियों ने लर्न बाय-अर्न के तहत उत्पाद का प्रदर्शन एवं विक्रय किया।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज ने बताया कि ये विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात हैं कि यहां के विद्यार्थियों ने शिक्षा क्षेत्र में अपने प्रयोगशील, नवविचार एवं प्रेरक कार्यों को इस ज्ञानकुंभ में प्रदर्शनी स्टाल के माध्यम से दूसरी संस्थाओं के सामने अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया तथा उनका विक्रय कर धन अर्जित किया।
कुलगुरु जी ने बताया कि इस आयोजन में बायोटेक्नोलॉजी, फाईन आर्ट्स, एग्रीकल्चर, फूड टेक्नोलॉजी आदि विभागों के विद्यार्थियों ने विभिन्न उत्पाद जैसे हर्बल चॉकलेट, हर्बल कॉस्मेटिक, इम्युन बूस्टर फ्लैक्स, लड्डू, दुपट्टा, साड़ी एवं अन्य क्राफ्ट के उत्पादों को बना कर उनका विक्रय किया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास भी आवश्यक है।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं छात्र संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा ने विद्यार्थियों को बधाई दी एवं उन्हें ऐसे आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
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