शूटिंग और पिट्टू को विक्रम विश्वविद्यालय में जोड़ने की अनुमति दी गई, रायफल और पिस्टल शूटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभा दिखाएंगे युवा
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद कक्ष में क्रीड़ा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बीपीईएस एवं एमपीईएस कोर्स की लेब तथा खेलों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनका लाभ सम्पूर्ण विक्रम परिक्षेत्र के खिलाड़ियों को लाभ होगा। दिनांक 11 दिसंबर 2024 को सम्पन्न बैठक की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने की।
बैठक में कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के निदेशक एवं विभागाध्यक्ष डॉ वीरेन्द्र चावरे, प्रो गीता नायक, प्रो हरीश व्यास, डॉ शेखर मेदमवार, डॉ सलिल सिंह, डॉ श्वेता भल्ला, डॉ जीवन सिंह, फाइनेंस कंट्रोलर श्री जयेश तोमर, मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन उज्जैन संभाग के सचिव श्री सुरेंद्र काबरा, एमपीसीए उज्जैन संभाग के क्रिकेट कोच राकेश चावरे, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ रविशंकर सोनवाल, एकॉन्टेंट अजित बुखारिया आदि उपस्थित रहे।
कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज द्वारा इस वर्ष दो नए खेलों शूटिंग और पिट्टू को जोड़ने की अनुमति प्रदान की गई है।
शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के निदेशक एवं विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र चावरे के प्रयास ओलंपिक के आधुनिक खेलों में शुमार और आकर्षक एवं लोकप्रिय खेल शूटिंग को विक्रम विश्वविद्यालय के खेलों में जुड़वाने में सफल रहे। खिलाड़ियों की ट्रॉयल के लिए कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक डॉ वीरेंद्र चावरे एवं डॉ भूषण केकरे द्वारा शूटिंग सेंटर का अवलोकन किया गया।
डॉ वीरेंद्र चावरे के अनुसार शूटिंग खेल के जुड़ने से खिलाड़ियों को एक प्लेटफॉर्म प्राप्त होगा और वे राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे। विश्वविद्यालय के खिलाड़ी इस शूटिंग खेल में (10 मीटर की दूरी, रायफल और पिस्टल) प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगे। इसमें संभाग स्तर पर चयनित खिलाड़ी सीधे ऑल इंडिया स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे। शहर में शूटिंग के कई अच्छे खिलाड़ी होने के कारण इस व्यक्तिगत खेल में विश्वविद्यालय को मेडल प्राप्त होने की संभावनाएं भी अधिक हैं। अभी तक शहर में शूटिंग के कई अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद वे विक्रम विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहे थे। इस खेल के जुड़ने से विक्रम विश्वविद्यालय परिक्षेत्र से खिलाड़ियों का पलायन रुकेगा। विक्रम विश्वविद्यालय में शूटिंग खेल न होने के कारण कई खिलाड़ी इंदौर और भोपाल जैसे आस-पास के शहरों और विश्वविद्यालयों में पलायन कर वहाँ एडमिशन लेकर खेलते थे।
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