प्राणिकी एवं जैव-प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने ग्रीन ग्रेजुएट प्रोग्राम के तहत विभाग में किया पौधारोपण
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की प्राणिकी एवं जैव-प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में विद्यार्थियों द्वारा ग्रीन ग्रेजुएट प्रोग्राम के तहत पौधारोपण किया गया।
गत कुछ समय से विक्रम विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में निरंतर पौधारोपण चलता रहा है। पिछले कुछ समय में विश्वविद्यालय परिसर में कई वाटिकाओं का निर्माण हुआ और कई शासकीय एवं गैर-शासकीय संस्थाओं की मदद से पौधारोपण हुआ। इसके अतिरिक्त विभिन्न अध्ययनशालाओं के विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने विभाग में निरंतर पौधारोपण किया गया।
इसी शृंखला में प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में गत तीन वर्षों से ग्रीन ग्रेजुएट कार्यक्रम के तहत विभाग में विद्यार्थियों द्वारा पौधारोपण कर विभाग के उद्यान में स्वनिर्मित वर्मिकोमैट डाली जाती हैं।
विभागाध्यक्ष डॉक्टर सलिल सिंह ने बताया कि विभाग के नियमानुसार प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी प्रवेश के बाद एक पौधा रोपित करते हैं और जब तक विभाग में अध्ययनरत रहते हैं इस पौधे की जिम्मेदारी लेते हैं। जैसे उसे खाद और पानी देना आदि। उन्होंने बताया कि विभाग के सभी शिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थी गण पौधों का चयन एवं रोपण करते हैं।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज ने इस गतिविधि की सराहना करते हुए बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से विद्यार्थी पर्यावरण से जुड़ते हैं एवं पर्यावरण के महत्व भी समझते हैं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने इस महत्वपूर्ण गतिविधि पर बधाई दी।
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