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प्राणिकी के विशेषज्ञ प्रो तेजप्रकाश व्यास एवं उत्तर प्रदेश के वन्यजीव एवं सर्पदंश विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी सम्मानित

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु ने किया सम्मानित

सर्पदंश जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ

उज्जैन। विक्रम विश्विद्यालय उज्जैन में विश्वविद्यालय के कुलगुरु  प्रो अर्पण भारद्वाज ने इंदौर के राजा भोज शासकीय महाविद्यालय धार के पूर्व प्राचार्य एवं प्राणिकी के विशेषज्ञ प्रो तेज प्रकाश व्यास एवं उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा से पधारे वन्यजीव एवम सर्पदंश विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को अपने कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित कर शॉल एवं शील्ड से सारस्वत सम्मान किया। इस शुभ अवसर पर विक्रम विश्विद्यालय उज्जैन से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों में कुलानुशासक डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, पूर्व डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर डॉ राकेश ढंड, डॉ हरीश व्यास प्राचार्य माधव साइंस कालेज, डॉ जीवन सिंह सोलंकी, बायोटेक्नोलॉजी विभाग माधव साइंस कालेज , प्रोफेसर डॉ अनिल पाण्डेय,माधव साइंस कालेज, आदि उपस्थित थे। देर शाम कुलगुरु जी के निवेदन पर सर्प एवम वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ आशीष त्रिपाठी एवम प्रोफेसर तेज प्रकाश व्यास के साथ विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के छात्रों को सर्प पहचान एवं सर्पदंश उपचार का विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर जागरूक किया गया। इस अवसर पर कुलगुरु स्वयं सर्पदंश जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

सर्पदंश में सही जानकारी ही बचाव है : सर्पदंश विशेषज्ञ 

प्रशिक्षण में विश्वविद्यालय में पढ़ रहे बच्चों को बताया गया कि, चूंकि सर्प सभी जगह उपस्थित रहते हैं। अतः हमें हमेशा ही सावधान रहने को आवश्यकता है। हालांकि अभी सर्दी के मौसम में सर्प  शीतनिद्रा में जा रहे है तो सर्पदंश का खतरा कम ही होता है। लेकिन गर्मी आते ही ये वापस प्रकृति में खुले लौटेंगे। कभी भी किसी भी सर्पदंश में घबराना नहीं चाहिए। बस हल्का सा बंध लगाकर जल्द से जल्द निकट के अस्पताल में चिकित्सा प्राप्त करने पहुंचना चाहिए।

क्योंकि पहले एक घंटे में पीड़ित को इलाज मिलना बेहद ही आवश्यक होता है। कुलपति डॉ अर्पण भारद्वाज ने भी महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए विशेषज्ञों का विशेष आभार प्रकट किया। विदित हो कि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के प्राणिकी विज्ञान विभाग में आयोजित दो दिवसीय विज्ञान उत्सव में डॉ हरस्वरूप जी का जन्मदिवस मनाया जा रहा है । इसी क्रम में विभाग के छात्र छात्राओं की जानकारी बढ़ाने के लिए विभाग में ही एक लघु सर्प प्रदर्शनी भी लगाई गई है। 20वीं शताब्दी के महान वैज्ञानिक डॉ हरस्वरूप जी के  जीवन पर आधारित एक क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

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