विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन (म. प्र.) के कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के छात्रों ने ICAR - भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली में आयोजित पूसा कृषि मेले का किया शैक्षणिक भ्रमण
उज्जैन:-विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के छात्रों ने 22 - 24 फरवरी 2025, ICAR- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली में आयोजित पूसा कृषि मेले का शैक्षणिक भ्रमण किया। जिसमें विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो- अर्पण भारद्वाज व कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश टेलर के संयुक्त प्रयासों से डॉ. अविनाश शर्मा (शिक्षक) के संरक्षण में कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के बी.एस.सी (ऑनर्स) एग्रीकल्चर तृतीय वर्ष के छात्र- आकाश कुमार, अभिजीत कुमार,अवनीश कुमार गिरी, शिवम कुमार मौर्या, आशुतोष कुमार इन सभी छात्रों ने पूसा कृषि मेला नई दिल्ली का शैक्षणिक भ्रमण किया जिसमें निम्नलिखित प्रदर्शनी सम्मिलित थी-
* IARI - पूसा में विकसित फसलों के किस्मों की प्रदर्शनी|
* IARI - पूसा में विकसित एकीकृत खेती पद्धति में बायोगैस संयंत्र|
* IARI - पूसा में विकसित प्रौद्योगिकी आधारित स्मार्ट सिंचाई प्रणाली की जानकारी|
कृषि के लिए ड्रोन तकनीकी का महत्व :
• भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा के वैज्ञानिकों द्वारा पूसा डीकंपोजर, जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न समस्याएं व उनका समाधान, श्री अन्न (मिलेट्स) के संबंध में विस्तृत जानकारी, धान की सीधी बुवाई के फायदे व संरक्षण खेती के विषयों पर किसानों व छात्रों को जानकारी प्रदान की गई।
विक्रम विश्वविद्यालय के शिक्षक सहित छात्रों तथा IARI पूसा के वैज्ञानिकों के बीच संवाद व विशिष्ट चर्चा
विक्रम विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के शिक्षक डॉ अविनाश शर्मा तथा उनके छात्रों द्वारा संवाद में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली के सस्य विज्ञान संभाग के प्रोफेसर एवं प्रमुख वैज्ञानिक डॉ.यशवीर सिंह शिवे जी और खरपतवार विज्ञान एवं संरक्षण कृषि के प्रोफेसर व प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. टी.के. दास जी से वार्तालाप के दौरान कृषि में संभावित खोज, सुधार व छात्रों को कृषि के क्रियाकलापों में कैसे सहभागिता करनी चाहिए। इस पर मार्गदर्शन भी प्राप्त किया और शिक्षक व छात्रों के द्वारा विशेष निवेदन करने पर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों को विक्रम विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में आने के लिए आमंत्रित किया जिस पर उन्होंने संभावित सहमति व्यक्त की|इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम विकासों और तकनीकों से अवगत कराना था।
छात्रों ने मेले में विभिन्न कृषि प्रदर्शनियों, कृषि उपकरणों और तकनीक का अवलोकन किया।
इस शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से छात्रों को कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के महत्व को समझने का अवसर मिला। उन्होंने यह भी समझा कि कृषि हमारे देश की अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा के लिए कितनी महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह उन्हें न केवल किताबी ज्ञान तक सीमित रहने के बजाय, बल्कि व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने और कृषि के क्षेत्र में अपने भविष्य के लिए प्रेरणा प्राप्त करने में भी मदद करते हैं। जिसको देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विक्रम विश्वविद्यालय अपने कृषि छात्रों के लिए अत्यंत सक्रिय और जागरूक है । जल्द ही विक्रम विश्वविद्यालय कृषि शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान स्थापित करेगा।
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