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रूल-बेस्ड की जगह रोल-बेस्ड एप्रोच से कार्य करें, यही सफलता की दिशा है - प्रो. सी.सी. त्रिपाठी

भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल 10 से 12 मार्च और 17 से 19 मार्च 2025 तक मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के प्रधानमंत्री उत्कृष्टता और स्वशासी महाविद्यालयों के प्राचार्यों हेतु "एकेडेमिक लीडरशिप डेवलपमेंट फॉर गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट ऑफ द इंस्टिट्यूट" विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शैक्षिक संस्थानों में प्रभावी नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। 

एनआईटीटीटीआर के निदेशक, प्रो. सी. सी. त्रिपाठी ने प्रथम बैच के प्राचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी भाग्यशाली है की आप सभी को उत्कृष्ट संस्थानों के विकास की जिम्मेदारी मिली है। निटर भोपाल आपके विकास का साक्षी नहीं भागीदार बनना चाहता है। रुल बेस्ड की जगह रोल बेस्ड एप्रोच से कार्य करे। आप सभी को आत्मनिर्भर संस्थान विकसित करने है। व्यक्ति को उसकी क्षमता अनुसार कार्य दे। प्रो. त्रिपाठी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, स्किल डेवलपमेंट, भारत सरकार की कर्मयोगी योजना, आदि पर विस्तृत चर्चा की। शैक्षिक संस्थानों में प्रभावी नेतृत्व से ही समाज में बदलाव संभव है। 

डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स, प्रो. पी.के. पुरोहित ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या फ्रेमवर्क (NCRF), राष्ट्रीय उच्च शिक्षा गुणवत्ता फ्रेमवर्क (NHEQF), और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम दिशानिर्देशों के आलोक में आयोजित किया जा रहा है। 

इसके अतिरिक्त, डिजिटल प्रौद्योगिकी, SWOT विश्लेषण, संस्थान के लिए विजन, मिशन और गोल्स तैयार करने की प्रक्रिया, नैक (NAAC) और एनआईआरएफ (NIRF) जैसी प्रमुख शैक्षिक नीतियों और प्रक्रियाओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. बी.एल. गुप्ता थे, तथा प्रो. संजय अग्रवाल, प्रो. पराग दुबे व प्रो. आशीष देशपांडे ने संकाय सदस्य के रूप में सहयोग प्रदान किया।

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