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विश्व पृथ्वी दिवस पर विक्रम विश्वविद्यालय में “पृथ्वी प्रहर्ष प्रतिज्ञा” का भव्य आयोजन

स्मार्ट पृथ्वी–स्मार्ट स्टार्टअप संकल्प के साथ अक्षय ऊर्जा व सतत विकास का संदेश

पृथ्वी पर्यावरण से प्रेम की प्रतिज्ञा कीजिए - प्रो भारद्वाज, कुलगुरू

उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में विश्व पृथ्वी दिवस 2025 के उपलक्ष्य में “पृथ्वी प्रहर्ष प्रतिज्ञा” शीर्षक से एक अनूठे त्रिस्तरीय आयोजन का भव्य आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “हमारी शक्ति, हमारा ग्रह” है, जो सभी लोगों, संगठनों और सरकारों को अक्षय ऊर्जा स्रोतों की ओर स्थानांतरित होने और एक सतत भविष्य के निर्माण हेतु प्रेरित करती है।

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा, “पृथ्वी पर्यावरण से प्रेम की प्रतिज्ञा कीजिए, यही आपके लिए सम्पन्नता के द्वार सदैव खोल सकती है।” उन्होंने इस आयोजन के लिए संस्थान निदेशक डॉ. धर्मेंद्र मेहता एवं समस्त टीम के प्रयासों की सराहना की और इसे विद्यार्थियों में पर्यावरणीय चेतना जागृत करने वाला कदम बताया।

डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक – पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस एक वैश्विक वार्षिक आयोजन है, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1970 में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन द्वारा पर्यावरण शिक्षा के उद्देश्य से की गई थी और आज यह 194 से अधिक देशों में मनाया जाता है।

इस आयोजन के अंतर्गत संस्थान में त्रिस्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रथम चरण में ऊर्जा संरक्षण संकल्प के तहत अपराह्न 12 बजे से 1 बजे तक विद्युत उपयोग स्थगित कर ऊर्जा बचत का संदेश दिया गया।

द्वितीय चरण में संस्थान परिसर में धरा स्वच्छता अभियान संचालित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों व संकाय सदस्यों ने भाग लिया।

तृतीय एवं अंतिम चरण में स्मार्ट पृथ्वी – स्मार्ट स्टार्टअप विषय पर एक प्रेरक संकल्प सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता, डॉ. सचिन राय, एवं डॉ. नयनतारा डामोर ने उपस्थित समूह को सतत विकास हेतु प्रेरित करते हुए संकल्प दिलवाया।

इस अवसर पर उज्जैन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की हेड सुश्री मेनका तिवारी एवं प्रोजेक्ट मैनेजर श्री एस. जाट ने स्टार्टअप इंक्यूबेशन पर एक प्रेरणादायक और जीवंत उद्बोधन दिया, जिसमें उन्होंने पर्यावरणीय दृष्टिकोण से नवाचार की संभावनाओं पर विचार साझा किए।

कार्यक्रम में प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान, प्रो. डॉ. डी. डी. बेदिया, श्री राकेश खोती, श्री गोविंद तोमर, श्री दिनेश सिंगार, श्री ओमप्रकाश यादव, श्री सत्यनारायण सहित अनेक गणमान्यजनों ने विद्यार्थियों और आयोजकों को शुभकामनाएं दीं और इसे सामाजिक सरोकारों एवं विद्यार्थियों की करियर प्लानिंग के लिए एक मील का पत्थर बताया।

यह आयोजन न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक बना, बल्कि युवाओं में जिम्मेदारी की भावना को भी प्रबल करने का माध्यम बना।

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