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देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने में हम सभी का योगदान हो, यह जरूरी है - महामहिम राज्यपाल जनरल श्री वी. के. सिंह

राष्ट्रीय सुरक्षा में युवा संगठनों की भूमिका पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ मिजोरम के महामहिम राज्यपाल जनरल श्री सिंह का महत्वपूर्ण व्याख्यान

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में मिजोरम के महामहिम राज्यपाल, पूर्व सेनाध्यक्ष और पूर्व रक्षा राज्य मंत्री जनरल श्री वी के सिंह का विशेष व्याख्यान हुआ। वे राष्ट्रीय सुरक्षा में युवा संगठनों की भूमिका पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दे रहे थे। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल श्री सिंह को विश्वविद्यालय की ओर से सम्मानित किया गया। 

अपने विशिष्ट व्याख्यान में महामहिम राज्यपाल जनरल श्री वी के सिंह ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा का सम्बंध देश और समाज के सभी क्षेत्रों से है। इस दिशा में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में हम सभी का योगदान हो, यह जरूरी है। हमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर सदैव सजग रहना होगा। एकता हमारे देश की ताकत है, हमें आपस मे बंटना नहीं है। राष्ट्र की सुरक्षा और एकता में देश के विश्वविद्यालय और युवाओं की भूमिका आवश्यक है। हाल ही के एक दशक में हमारे देश ने विश्व में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। पूरी दुनिया में 193 देश हैं। 2014 के बाद सभी देशों में भारत सरकार की ओर से मंत्री स्तर के डेलिगेशन गए। वर्तमान में परस्पर विरोधी देशों से भी भारत के गहरे सम्बन्ध हैं। इसका लाभ राष्ट्रीय सुरक्षा में मिल रहा है। युवाओं को स्टार्टअप एवं डिजिटल इंडिया में योगदान का अवसर मिल रहा है। इनके कारण आज हम प्रगति पथ पर हैं। देश को प्रगति का अच्छा वातावरण मिल रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सजगता बहुत आवश्यक है। युवाओं की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, वे सोश्यल मीडिया के माध्यम से होने वाले दुष्प्रचार से समाज को बचाएं। किसी भी प्रकार का दुष्प्रचार देश को नुकसान पहुँचाता है। आंतरिक सुरक्षा में देश का हर नागरिक सिपाही है। हमें आंख और कान खुले रखना चाहिए।

 राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर जागरूक होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में वे सब बातें हैं जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए उपयोगी हैं। राष्ट्र की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर कोई असर न पड़े, इस बात का ध्यान रखना चाहिए। इनमें इकोनॉमिक्स, सैन्य शक्ति, आत्मनिर्भरता, ऊर्जा, सिक्युरिटी, पर्यावरण सब राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हैं। जब आप ये सब समझ जाएंगे तब आपको अपने आप राष्ट्रीय सुरक्षा का आभास होगा। आप तकनीक तौर पर कहाँ हैं,  क्या हासिल किया, क्या विकसित किया, किस तरह से खुद को बचा सकते हैं, कैसे देश को आगे ले जाएंगे, ये सब महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय सुरक्षा मात्र सीमाएं ही नहीं हैं।  देश के युवाओं की नींव मजबूत होना जरूरी है वरना देश कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने सनातन धर्म के लिए कहा कि जो भेदभाव नहीं करता, वह सनातन धर्म है। कोई देश किसी अन्य देश को कमजोर करता है, चाहे धर्म या जाति की बात करता हो, मात्र दुष्प्रचार है। सनातन धर्म ने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। आप मूर्ति पूजा, पेड़ पूजा, एकांत में साधना, आप चाहे किसी भी तरह कीजिए। सनातन में सेवा धर्म का महत्व है। व्यापक रूप में आपको हर चीज लेना होगी तभी आप मजबूत होंगे सक्षम होंगे।

प्रारम्भ में स्वागत भाषण एवं विक्रम विश्वविद्यालय की प्रगति की जानकारी कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने दी।  मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्री सिंह को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह अर्पित कर उनका सम्मान कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज, नगर निगम की सभापति श्रीमती कलावती यादव, कार्यपरिषद सदस्यों श्री राजेशसिंह कुशवाह, श्री वरुण गुप्ता, वरिष्ठ समाजसेवी श्री संजय अग्रवाल, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा, कैप्टन डॉ कानिया मेड़ा आदि ने किया। 

कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर सत्येंद्र किशोर मिश्रा, राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ विजय वर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में विभागाध्यक्ष, अधिकारी गण, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

प्रारम्भ में एनसीसी कैडेट्स द्वारा मुख्य अतिथि मिजोरम के महामहिम राज्यपाल जनरल श्री वी के सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मंचासीन अतिथियों द्वारा वाग्देवी सरस्वती का पूजन किया गया। 

संचालन एनसीसी कैडेट अपूर्वा सिंह ने किया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा ने किया।

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