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बौद्धिक संपदा नवाचार और रचनात्मकता को सुरक्षा प्रदान करती है – कुलपति प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज

डब्ल्यूआईपीओ वैश्विक स्तर पर बौद्धिक संपदा की रक्षा का प्रमुख संगठन है – निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता   पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और डिज़ाइन — रचनात्मक कार्यों के रक्षक – प्रो. डॉ. आर. एन. मालवीय   बौद्धिक संपदा संरक्षण पर केंद्रित परिसंवाद का सफल आयोजन ऋषिहुड विश्वविद्यालय और विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में छात्रों ने दिखाई गहरी रुचि उज्जैन। स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन, ऋषिहुड विश्वविद्यालय और प्रबंध संकाय, पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार दिवस 2025 के अवसर पर एक विशेष परिसंवाद का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बौद्धिक संपदा के महत्व, प्रकार और वैश्विक स्तर पर इसके संरक्षण की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं, साथ ही रचनात्मक कार्यों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं। इससे नवोन्मेष...

देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने में हम सभी का योगदान हो, यह जरूरी है - महामहिम राज्यपाल जनरल श्री वी. के. सिंह

राष्ट्रीय सुरक्षा में युवा संगठनों की भूमिका पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ मिजोरम के महामहिम राज्यपाल जनरल श्री सिंह का महत्वपूर्ण व्याख्यान उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में मिजोरम के महामहिम राज्यपाल, पूर्व सेनाध्यक्ष और पूर्व रक्षा राज्य मंत्री जनरल श्री वी के सिंह का विशेष व्याख्यान हुआ। वे राष्ट्रीय सुरक्षा में युवा संगठनों की भूमिका पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दे रहे थे। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल श्री सिंह को विश्वविद्यालय की ओर से सम्मानित किया गया।  अपने विशिष्ट व्याख्यान में महामहिम राज्यपाल जनरल श्री वी के सिंह ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा का सम्बंध देश और समाज के सभी क्षेत्रों से है। इस दिशा में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में हम सभी का योगदान हो, यह जरूरी है। हमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर सदैव सजग रहना होगा। एकता हमारे देश की ताकत है, हमें आपस मे बंटना नहीं है। राष्ट्र की सुरक्षा और एकता में देश के विश्वविद्यालय और युवाओं की भूमिका आवश्यक है। हाल ही के एक दशक में हमारे देश ने विश्व में महत्वपू...

पांडुलिपि पर केंद्रित पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह सम्पन्न

उज्जैन। सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में पांडुलिपि का विविध विषयों से अंतः सम्बन्ध पर केंद्रित पांच दिवसीय कार्यशाला 22 से 26 अप्रैल तक आयोजित की गई। आज  कार्यशाला का समापन समारोह सम्पन्न हुआ। इस सत्र के मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय एवं संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो बालकृष्ण शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा  एवं संस्थान के वर्तमान निदेशक प्रो शीतांशु रथ उपस्थित थे।  इस सत्र में पूर्व कुलपति प्रो बालकृष्ण शर्मा ने पांडुलिपि विज्ञान को एक महत्वपूर्ण विषय बताया जिसके अंतर्गत पांडुलिपियों के रखरखाव, संपादन एवं संरक्षण आदि संबंधित है।  साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस विषय को व्यावहारिक स्वरूप में प्रयोग किया जाना चाहिए।   विशिष्ट वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने  पांडुलिपियों को एक जीवंत धरोहर बताया। इस सत्र में सतीश दवे एवं आलोक निगम ने अपना फीडबैक प्रस्तुत किया तथा समीक्षा चौधरी ने पांच दिवसों के कार्यक्रम को...

शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में फिजियोथेरेपी की नवीन इकाई का लोकार्पण

उज्जैन। आज दिनांक 25 अप्रैल 2025 को शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय चिमनगंज में माननीय श्री अनिल फिरोजिया जी एवं संत श्री उमेशनाथ जी महारज सांसद द्वय, माननीय विधायक श्री अनिल जैन की कालुहेड़ा, श्रीमती कलावती यादव नगर निगम सभापति, श्री संजय अग्रवाल जी नगर भाजपा अध्यक्ष एवं शहर के गणमान्य नागरिकों की गरिमामय उपस्थिति में फिजियोथेरेपी की नवीन इकाई का लोकार्पण किया गया। प्रिंसिपल डॉ जे पी चौरसिया ने बताया कि इस नवीन फिजियोथेरेपी इकाई मे नवीन मशीनों की स्थापना लगभग 15 लाख रुपये की लागत से उज्जैन उत्तर के विधायक श्री अनिल जैन कालुहेड़ा के द्वारा से विधायक निधि के माध्यम से की गई है। सांसद द्वय, नगरनिगम सभापति श्रीमती कलावती यादव एवं श्री संजय अग्रवाल ने आयुर्वेद चिकित्सा विधा एवं चिकित्सालय के विकास हेतु हर संभव प्रयास के लिए कटिबद्धता जाहीर की। सांसद श्री अनिल फिरोजिया जी के अनुसार उज्जैन धन्वन्तरि आयुर्वेद कॉलेज माननीय मुख़्यमंत्री महोदय डॉ मोहन यादव के प्रयासों से शीघ्र ही अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान मे परिवर्तित हो जाएगा। जिसका लाभ उज्जैन शहर और आसपास के लोगो को प्राप्त होगा। उक्त...

जीवन्त धरोहर हैं पाण्डुलिपियाँ, जिनमें समाहित है भारत की अक्षय ज्ञान निधि – प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

कार्यशाला में हुए पांडुलिपियों के विविध विषयों से सम्बन्ध पर हुए विशिष्ट व्याख्यान   उज्जैन। सिंधिया प्राच्य विद्या शोध प्रतिष्ठान, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में आयोजित पंच दिवसीय कार्यशाला चतुर्थ दिन 25 अप्रैल को पांच व्याख्यान हुए।  कार्यशाला में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने पांडुलिपि विज्ञान और पाठ सम्पादन के सिद्धांतों पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि पांडुलिपि विज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण विधा है। भारत की लाखों पांडुलिपियां अक्षय ज्ञान निधि है। उनमें से अब तक मात्र तीन - चार प्रतिशत पांडुलिपियों का ही संपादन हुआ है। अतः मूल पांडुलिपियों का संपादन अत्यंत आवश्यक है। पांडुलिपियां जीवंत धरोहर हैं जिसमें अनुसंधान की असीम संभावनाएं हैं। पांडुलिपियाँ भारत के ज्ञान-विज्ञान, इतिहास, साहित्य, भाषा, लिपि एवं चिन्तन का जाग्रत प्रमाण हैं। ज्ञान क्षेत्र के विस्तार और विश्व सभ्यता के विकास के लिए इनका सम्पादन और प्रकाशन निरन्तर होना चाहिए।  पांच दिवसीय कार्यशाला में प्रथम सत्र में डॉ सदानंद त्रिपाठी संस्कृत महाविद...

शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विद्यार्थियों ने किया केंद्रीय ग्रंथालय का शैक्षणिक भ्रमण

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के 60 से अधिक विद्यार्थी एवं शिक्षकगण ने महाराजा जीवाजीराव केंद्रीय ग्रंथालय का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को ग्रंथालय के कार्यप्रणाली, सुविधाएं एवं संरचना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। केंद्रीय ग्रंथालय के प्रभारी ग्रंथपाल प्रोफेसर अनिल कुमार जैन ने विद्यार्थियों को लाइब्रेरी की उपयोगिता, उपलब्ध पुस्तकों, कंप्यूटर लैब और डिजिटल संसाधनों के विषय में विस्तार से बताया। साथ ही  ग्रंथालय विभाग के डॉ. कौशिक बोस, मनोज शाह, अजय रघुवंशी, अक्षय डोंगरे एवं श्री विपिन गिरि ने विद्यार्थियों को ग्रंथालय के विभिन्न अनुभागों का भ्रमण कराते हुए उनकी कार्यप्रणाली से अवगत कराया। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विभागाध्यक्ष एवं निदेशक डॉ. वीरेंद्र चावरे, डॉ. भूषण केकरे, श्री अभिषेक शर्मा, श्री प्रवेश यादव, श्री दिनेश चौधरी, ग्रंथालय के श्री अजय रघुवंशी सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। विद्यार्थियों ने इस भ्रमण के माध्यम से ग्रंथालय संचालन एवं शैक्षणिक संसाधनों की गहराई से जानकारी प्राप्त की। ...

संत शिरोमणि श्री सेन जी महाराज की 725 वीं जयंती बड़े धूमधाम से बनाई गई

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । श्री राधावल्लभ  सेन (संभागीय अध्यक्ष - सेन समाज भोपाल) ने जानकारी देते हुए बताया कि, संत शिरोमणि श्री सेन जी महाराज की 725 वीं जयंती बड़े धूमधाम से बनाई गई । कार्यक्रम में मुख्य रूप से भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक श्री भगवानदास सबनानी, श्री कृष्णा सूर्यवंशी (नगर निगम अध्यक्ष), श्री पीसी शर्मा (पूर्व विधायक), क्षेत्रीय पार्षद श्रीमती आरती राजू अनेजा, पार्षद श्री जगदीश यादव, समाज के श्री अशोक सिंह, श्री शंभू दयाल सिंह, श्री दिलाका श्रीवास, श्री शैलेश सिंह, श्री सुरेश सेन आदि लोग भी उपस्थित रहे । ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज... Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर "बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट......

विक्रम विश्वविद्यालय में विश्व मलेरिया दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

स्वच्छता अभियान से जुड़ें, मलेरिया से बचें उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान में स्वच्छता अभियान के माध्यम से मलेरिया से बचाव का संदेश दिया गया। जागरूकता कार्यक्रम के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने स्वास्थ्य सतर्कता संदेश में कहा कि, मलेरिया मुख्य रूप से संक्रमित मादा एनोफेलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया का कारण बनने वाले प्लास्मोडियम परजीवी की पाँच प्रजातियाँ होती हैं, जिनमें पी. फाल्सीपेरम और पी. विवैक्स सबसे अधिक घातक मानी जाती हैं। पी. फाल्सीपेरम विशेष रूप से अफ्रीकी महाद्वीप में पाया जाता है और यह सबसे घातक प्रकार है, जबकि पी. विवैक्स उप-सहारा अफ्रीका के बाहर के क्षेत्रों में सबसे ज़्यादा देखा जाता है। अन्य प्रजातियों में पी. मलेरिए, पी. ओवेल और पी. नोलेसी शामिल हैं। प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक, JNIBM ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2023 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वर्ष 2023 मे...

निटर भोपाल में पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि

पहलगाम में आतंकी हमला, मानवता पर गहरा प्रहार : प्रो. सी.सी  त्रिपाठी भोपाल। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (निटर), भोपाल में सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर संस्थान के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों ने एकत्र होकर गहन शोक और संवेदना व्यक्त की।  निटर भोपाल के निदेशक प्रो. सी.सी त्रिपाठी ने गहन शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि मानवता पर एक गहरा प्रहार था। हम उन परिवारों के साथ खड़े हैं जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति दें।  श्रद्धांजलि सभा के दौरान उपस्थित समस्त संकायगण, अधिकारिगण व कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखा गया और आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया गया।

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