ललिता कहती हैं, हमें हर आड़े वक्त में सरकार से मिला सहारा भोपाल : रविवार, सितम्बर 27, 2020, 19:57 IST असमय किसी अपने के चले जाने से परिवार में जो खालीपन आता है, उसे कोई नहीं भर सकता। पर विपत्ति के समय मिली आर्थिक मदद से परिवार को फिर से खड़ा होने की ताकत जरूर मिलती है। ललिता जाटव कहती हैं कि हमारे परिवार पर जब संकट आया तो प्रदेश सरकार मदद लेकर हमारे दरवाजे पर खड़ी दिखाई दी। ग्राम अडूपुरा जिला ग्वालियर निवासी श्रीमती ललिता जाटव के पति स्व. दिनेश जाटव मजदूरी करते थे। एक बार बीमार हुए तो फिर बिस्तर से उठ नहीं पाए। ललिता ने सरकारी मदद और अपनी सामर्थ्य से बढ़कर पति का खूब इलाज कराया। मगर वे उन्हें बचा नहीं सकीं। ललिता बताती हैं कि मेरे 10 साल व 8 साल के दो बेटे हैं। पति के असमय चले जाने से बच्चों के लालन-पालन का संकट मुँहबाए खड़ा था। कहीं से कोई आसरा नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुन: शुरू की जनकल्याण (संबल) योजना ने हमें स्नेहिल सहारा दिया और परिवार को फिर से खड़े होने में बड़ी मदद की है। प्रदेश सरकार से समय-समय पर मिले सहारे को बताते-बताते ललिता भावुक हो ...