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विक्रम विश्वविद्यालय ने विधि पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किए नए आपराधिक कानून

उज्जैन। संसद द्वारा पारित तीन नए आपराधिक कानूनों , भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा तीन वर्षीय एवं पांच वर्षीय एलएल.बी. पाठ्यक्रमों में संशोधित कर परीक्षा योजना में सम्मिलित किया गया। 70 के दशक के पुराने आपराधिक कानून जिनका उद्देश्य दंड देना था एवं वे अंग्रेजी शासन काल के प्रतीक रहे ऐसे कानून को समाप्त कर न्याय की अवधारणा पर आधारित नवीन आपराधिक विधियों का निर्माण भारतीय संसद द्वारा हाल ही में किया गया जो निश्चित ही भारतीय न्याय प्रणाली में न्याय की सोच को विकसित करेगा। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है जिसने 01 जुलाई 2024 को लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों का पाठ्यक्रम तैयार कर सत्र 2024-25 में नए कानूनों के आधार पर विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के समस्त विधि महाविद्यालयों एवं विधि अध्ययनशाला में अध्यापन एवं परीक्षा आयोजित करने का निर्णय विक्रम विश्वविद्यालय विधि अध्ययन मंडल की 9 अगस्त 2024 को आयोजित बैठक में लिया गया। बैठक में विधि अध्ययन मंडल अध्यक्ष डॉ. अनुराधा

जिन्दगी सत कर्म करने की साधना है - ब्रह्माकुमारी रूबी बहन

उज्जैन।  जिन्दगी हार-जीत का खेल है ।जिन्दगी को दोष मत दीजिए, बस खेलते रहे ,पुरुषार्थ करते रहे ।  सफलता अवश्य मिलेगी । श्रेष्ठ कर्म की कलम से भाग्य की रेखा खींचते रहें । जिन्दगी सत कर्म करने के लिए  प्रभु प्रसाद के रुप मे मिली है, मेहनत करने वालों की हार नहीं होती है। दृढता से विजय प्राप्त हो ही जाती है  उक्त विचार ब्रह्माकुमारी रूबी बहन ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ई .वि. विद्यालय द्वारा आयोजित 'ज्ञान वर्षा ' नवरात्रि आध्यात्मिक प्रवचनमाला के दूसरे दिन 'जीवन जियो ना की गुजारो ' विषय पर व्यक्त किए।  आपने कहा कि जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए खुद को बदलो , उमंग उत्साह में रहो ,नकारात्मकता को हटा ओ । मिजाज ऐसा बनाओ कि कोई कुछ कहे आप मुस्करा दो ।  डॉक्टर श्रीपाद देशमुख ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि संसार में ज्ञान बहुत है लेकिन आवश्यकता है आत्मसात करने की । ज्ञान को आत्मसात करने से ही जीवन परफेक्ट बनता है । डाक्टर विमल गर्ग , समाजसेवी  ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जीना है तो जीवन को समझना पड़ेगा।  व्यक्ति को अपनी सोच बदलना चाहिए क्यों कि सोच ही उसके कर्म को प्रभावित कर

भव्य श्रीराम बारात का आयोजन कल, हुजूर विधायक होंगे मुख्य अतिथि

भोपाल। उद्देश्य युवा सामाजिक एवं जन कल्याण समिति और श्रीराम हिंदू उत्सव सांस्कृतिक समिति के तत्वाधान में आयोजित होने वाली भव्य राम बारात एवं विवाह उत्सव का आयोजन कल, 8 अक्टूबर 2024, शाम 5 बजे से किया जाएगा। यह आयोजन पिछले 10 वर्षों से लगातार हो रहा है, और इस वर्ष के मुख्य अतिथि हुजूर विधानसभा के विधायक श्री रामेश्वर शर्मा होंगे। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण: जबलपुर से आई अघोरियों की टीम प्रसिद्ध काली जी का नृत्य भानपुर के प्रसिद्ध अखाड़े की प्रस्तुति नाशिक बैंड के 80 ढोल-तासे बाहुबली हनुमान जी एवं भव्य राम जी का रथ संयोजक धीरज सिंह 'बाबू' का कहना:  “हमारी संस्था सनातन धर्म के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और बीते 10 वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। हर वर्ष इस आयोजन में नए तत्व जोड़े जाते हैं ताकि युवा पीढ़ी और धर्मप्रेमी जन बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लें।” कार्यक्रम के आयोजनकर्ता नरेंद्र त्रिपाठी और मनीष तिवारी, सह संयोजक शैलेश पंत, देव शर्मा, और युवाओं की टीम इस भव्य आयोजन में शामिल होंगे। यात्रा मार्ग: यात्रा भारत माता चौराहा से शाम 5 बजे शुरू होकर पीएमट

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश तिथि में वृद्धि की गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्नातक / स्नातकोत्तर / प्रमाण पत्र / डिप्लोमा / पी. जी. डिप्लोमा (फार्मेसी अध्ययनशाला के पाठ्यक्रमों को छोडकर) प्रथम वर्ष / सेमेस्टर में सीयूईटी एवं सीधे प्रवेश हेतु रिक्त सीटों पर प्रवेश की तिथि में वृद्धि की जाकर प्रवेश की तिथि दिनांक 15 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है।  प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला / संस्थान / विभाग से सम्पर्क कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी एमपी ऑनलाईन के माध्यम से प्रवेश एवं शुल्क जमा करा सकेंगे।  इसी प्रकार शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अन्तर्गत स्नातक/स्नातकोत्तर द्वितीय/तृतीय/ चतुर्थ / पंचम / षष्ठ / सप्तम /अष्टम सेमेस्टर/वर्ष के विद्यार्थी ऑनलाईन के माध्यम से दिनांक 31 अक्टूबर 2024 तक शुल्क जमा कर सकते हैं। इस आशय की अधिसूचना विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई है।

विक्रम विश्वविद्यालय में प्रो. भारद्वाज बने नए कुलगुरु : अंतर्राष्ट्रीय पहचान की दिशा में लिया संकल्प

पदभार ग्रहण समारोह में धूमधाम का माहौल उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में सोमवार, 07 अक्टूबर, 2024 को नए कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने अभिजीत मुहूर्त में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सम्राट विक्रमादित्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पौधा रोपण किया। इसके बाद कुलगुरु कार्यालय में निवर्तमान कुलगुरु प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय से चार्ज लिया। समारोह में बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी और अधिकारी उपस्थित थे। विशेष स्वागत समारोह प्रो. भारद्वाज के स्वागत के लिए शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी विशेष रूप से विश्वविद्यालय पहुंचे। उनका स्वागत ढोल-ढमाकों के साथ हुआ, और विक्रमादित्य की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। पौधारोपण के बाद कुलगुरु कार्यालय में अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। चार्ज लेते समय कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा, महर्षि पाणिनि संस्कृत विवि के कुलसचिव डॉ. दिलीप सोनी सहित कई शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति रही। अंतर्राष्ट्रीय पहचान

विक्रम विश्वविद्यालय में जिला स्तरीय पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न

उज्जैन। दिनांक 05/10/24 को विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग,विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के द्वारा मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय (पुरुष) कबड्डी‌ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 12 महाविद्यालयों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। पुरुष वर्ग में विजेता अध्ययनशालाएं विक्रम विश्वविद्यालय का दल रहा। वहीं उपविजेता पीएम एक्सीलेंस शासकीय माधव महाविद्यालय उज्जैन का दल रहा।  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी के डायरेक्टर  डॉ डी.डी. बेदिया एवं विशिष्ठ अतिथि आर के कौरव रहे। शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के निदेशक व विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र चावरे एवं डॉ डी.डी. बेदिया और आर के कौरव ने खिलाड़ियों बधाई देते हुए संबोधित किया।  कार्यक्रम में डॉ नमन सारस्वत, श्री परमार, गोपाल व्यास, श्री संजीत राय, डॉ एम. एस मंसूरी, आयुषी सूर्यवंशी, अतुल सूर्यवंशी, डॉ के.पी नरूका,अरविंद नागर, बलवीर सिंह पंवार, डॉ मुकेश वाणी, डॉ भूषण केकरे,अभिषेक शर्मा, विक्रम डाबी, प्रवेश यादव, कृष्णपाल सिंह परिहार,  दिनेश चौधरी, विभिन्न जिलों के महाविद्यालयों के

विक्रम विश्वविद्यालय और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा एक साथ मिलकर एविएशन एवं ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज को आगे बढ़ाने से विद्यार्थी लाभान्वित होंगे- कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन: रविवार दिनांक 6 अक्टूबर को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का भ्रमण किया और वहां की पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं की बारीकियों को देखा। गौरतलब है कि सोमवार को विक्रम विश्वविद्यालय के नए कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारतद्वाज कार्यभार ग्रहण करेंगे। रविवार का दिन बतौर कुलगुरु प्रोफेसर पाण्डेय के कार्यकाल का अंतिम दिन था। इस दिन प्रोफेसर पाण्डेय एवं स्कूल ऑफ  इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप तिवारी ने सीहोर स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का भ्रमण किया।  इस अवसर पर संस्था के चांसलर श्री जी विश्वनाथन, श्री शंकरण विश्वनाथन, उपाध्यक्ष वि आई टी, श्रीमती रामानी बालसुंदरम, ट्रस्टी एवं शुश्री कादम्बरी  सी ई ओ ने डॉ पाण्डेय  का शाल श्रीफल से स्वागत किया एवं विक्रम विश्वविद्यालय में ड्रोन टेक्नोलॉजी और एविएशन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स  के संचालन में सहयोग करने का आश्वासन दिया । प्रोफेसर पाण्डेय एवं प्रोफेसर तिवारी ने संस्था को सभी प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया और इसकी बारीकियां समझाई। प्रोफेसर पाण्डेय

स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय में केंद्रीय भूजल बोर्ड जल शक्ति मंत्रालय का ट्रेनिंग प्रोग्राम संपन्न

उज्जैन। केंद्रीय भूजल बोर्ड, जल शक्ति मंत्रालय, भोपाल ने दिनांक 04.10.2024 को 125 प्रतिभागियों के लिए "स्थानीय भूजल मुद्दे और प्रबंधन" विषय पर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, मध्य प्रदेश में टियर-III प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पांडेय, निदेशक डॉ. संदीप तिवारी और CGWB के क्षेत्रीय निदेशक श्री अशोक कुमार बिस्वाल उपस्थित थे।   कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति डॉ अखिलेश कुमार पांडेय ने किया और उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा अपनाई गई भूजल संरक्षण तकनीकों और विश्वविद्यालय परिसर में सुबह की सैर करने वालों के लिए ऑक्सीजन टैक्स और विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर किए गए वृक्षारोपण गतिविधियों के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम में केंद्रीय भूजल बोर्ड की गतिविधियों से संबंधित विभिन्न तकनीकी सत्रों पर सुश्री लता उदसैया (वैज्ञानिक-सी) ने चर्चा की। सुश्री पैशनी पटेल (वैज्ञानिक-सी) ने केंद्रीय भूजल प्राधिकरण की गतिविधियों की जानकारी दी, श्री सुमंत कुमार मोहंता, वैज्ञानिक-सी ने उज्जैन में सीज

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में नवरात्रि के अवसर पर ज्ञानवर्षा आध्यात्मिक प्रवचन माला

उज्जैन के ऋषिनगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के पावन प्रांगण में शक्तियों का पावन पर्व नवरात्रि के अवसर पर "ज्ञानवर्षा आध्यात्मिक प्रवचन माला" का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम शनिवार, 5 अक्टूबर से बुधवार, 9 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें संध्या 7:30 बजे से प्रवचन होंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, वर्तमान समय की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला जाएगा। प्रवचन के विषय इस प्रकार हैं: 1. चुनौतियों के समय मन का संतुलन 2. जीवन जीयो, ना कि गुजारो 3. खुशहाल दिनः चैन की नींद 4. समय के अनुसार स्वयं की सुरक्षा 5. सुंदर विचार आत्मसशक्तिकरण का आधार इस दौरान, राजयोग अनुभूति का भी आयोजन किया जाएगा, जो उपस्थित सभी व्यक्तियों के लिए लाभकारी होगा। सभी को सादर आमंत्रित किया गया है, ताकि वे इस आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बन सकें और जीवन को सकारात्मक दिशा देने वाले विचारों से लाभान्वित हो सकें। स्थान : शिवदर्शनधाम, वेदनगर गुजराती समाज धर्मशाला के पास।  यह कार्यक्रम न केवल आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ावा देगा, बल्कि लोगों को जीवन की चुनौतिय

उज्जैन, विक्रम विश्वविद्यालय और यहां के विद्यार्थी मेरे हृदय के सदैव बहुत करीब रहेंगे, मैं आवश्कता पड़ने पर सदैव इनके लिए उपलब्ध रहूंगा - प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने अपने कार्यकाल की सफलता के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया उज्जैन: दिनांक 3 अक्टूबर 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय के नवीन कुलगुरू का आदेश आते ही कुलगुरू प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय का कार्यकाल खत्म हुआ, हालाकि वे नवीन कुलगुरू के पदभार ग्रहण करने तक पद पर बने रहेंगे। शुक्रवार दिनांक 4 अक्टूबर को कुलगुरु प्रोफेसर पाण्डेय ने अंतिम बार सभी विभागों का भ्रमण कर विभाग में उपस्थित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।  विभाग के शिक्षकों और कर्मचारियों से चर्चा करते हुए माननीय कुलगुरु जी ने कहां कि विक्रम विश्वविद्यालय का प्रांगण हर तरह से हरा-भरा और समृद्ध हैं। मुझे हर्ष हैं की मुझे 4 वर्ष इस विश्वविद्यालय से जुड़ने का अवसर मिला। मैंने अपनी ओर से विश्वविद्यालय के उत्थान का हर संभव प्रयास किया। विद्यार्थी किसी भी विश्वविद्यालय की रीड की हड्डी होते हैं अतः विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के अनुरूप कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम खोले गए जिसके परिणाम स्वरूप विद्यार्थियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई। जहां 2019-2020 में विश्वविद्य

शिक्षा के निजीकरण के दौर में समुचित एवं प्रभावी नियंत्रण की आवश्कता - कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने तेलंगाना राज्य की मुख्य सचिव श्रीमती शांति कुमारी एवं आयुक्त उच्च शिक्षा श्रीमती देवीसेना से एक बैठक के दौरान  निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग एवं नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर  मध्य प्रदेश शासन द्वारा किए जा रहें नवीन प्रयासों के बारे में विस्तार से चर्चा की।  प्रोफेसर पाण्डेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2000 के आसपास 185 निजी विश्वविद्यालय बिना किसी एक्ट के शुरू हो गए थे, जिसे लेकर तत्कालीन अध्यक्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली  ने मान उच्चतम न्यायालय में पब्लिक इंटरेस्ट लेटीगेशन  दायर की, जिसमें 2005  बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय आया और अधिकतर विश्वविद्यालयों की स्थापना निरस्त हो गई। एक मार्गदर्शिका के माध्यम से नियामक आयोग की स्थापना का सुझाव दियाI आज मध्यप्रदेश में नियामक आयोग पूरी तरह से कार्य कर रहा हैं।  निजी विश्वविद्यालयों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए आयोग की स्थापना प्रत्येक राज्य को करना आवश्यक हैं। मुख्य सचिव महोदया ने विस्तार से उसकी कार्यशैली पर चर्चा कीI  चर्चा में नई राष्ट्र

वाणिज्य अध्ययनशाला में वाणिज्य और मार्केटिंग पर विशेष व्याख्यान

वाणिज्य अध्ययनशाला में वाणिज्य और मार्केटिंग पर विशेष व्याख्यान डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक - डॉ. शुक्ला उज्जैन। वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता डॉ. जे. एस. शुक्ला, कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस एंड फिजिकल, सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) ने विद्यार्थियों को वाणिज्य, मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। डॉ. शुक्ला ने अपने व्याख्यान में वाणिज्य के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें विपणन की रणनीतियाँ और डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग कैसे किया जा सकता है, यह शामिल था। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान युग में डिजिटल मार्केटिंग का कितना महत्व है और किस प्रकार यह व्यवसायों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक होती है। कार्यक्रम में विधि अध्ययनशाला, सुल्तानपुर से डॉ. जय बहादुर तिवारी और पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो. एल. एन. शर्मा ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को वाणिज्य और विधि के क्षेत्र में करियर के अवसरों के

गांधी जयंती पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ साहित्य और संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान एवं परिसंवाद

सत्य और अहिंसा के बल पर दुनिया को बदला जा सकता है, इसे गांधी जी ने अपने जीवन में चरितार्थ किया – डॉ चौरसिया  संपूर्ण जीवन में कर्तव्य निष्ठा पर बल दिया महात्मा गांधी ने - कुलगुरु प्रो पांडेय  गांधी जयंती पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ साहित्य और संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान एवं परिसंवाद गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, कला पथक दल द्वारा गांधी जी के प्रिय भजनों की प्रस्तुति के साथ डॉ आंबेडकर पीठ द्वारा स्वच्छता मित्र सम्मान एवं पौधरोपण सम्पन्न उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में गांधी अध्ययन केंद्र एवं डॉ आंबेडकर पीठ द्वारा महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर साहित्य और संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान एवं परिसंवाद का आयोजन 2 अक्टूबर बुधवार को प्रातः  महाराजा जीवाजीराव पुस्तकालय परिसर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ शिव चौरसिया थे। अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। आयोजन में विशिष्ट अतिथि पूर्व डीएसडब्ल्यू प्रो राकेश ढंड, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्

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