Skip to main content

जनऔषधि केन्द्रों तक पहुँचने के लिए 325000 से अधिक लोग “जनऔषधि सुगम” मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं

रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय

 


कोविड – 19  संकट के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान जनऔषधि सुगम मोबाइल ऐप, लोगों को अपने नजदीकी प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र (पीएमजेएके) का पता लगाने और किफायती जेनेरिक दवा प्राप्त करने में बहुत मदद कर रहा है।


325000 से अधिक लोग जनऔषधि सुगम मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं। डिजिटल तकनीक का उपयोग करके लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्युटिकल विभाग के अंतर्गत भारत फार्मा पीएसयू ब्यूरो (बीपीपीआई) द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना (पीएमबीजेपी) के लिए इस मोबाइल एप्लिकेशन को विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य लोगों को डिजिटल प्लेटफार्म के तहत सुविधाएँ प्रदान करना है। लोग अपने मोबाइल फ़ोन के माध्यम से उपयोगकर्ता-अनुकूल विकल्पों का लाभ उठा सकते हैं। इन विकल्पों में शामिल हैं – नज़दीकी जनऔषधि केंद्र का पता लगाना, गूगल मैप के जरिये नज़दीकी जनऔषधि केंद्र तक पहुँचने के मार्ग का पता लगाना, जनऔषधि जेनेरिक दवाओं की जानकारी प्राप्त करना, एमआरपी के आधार पर जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं की तुलना करना, अपनी बचत का हिसाब लगाना आदि।




जनऔषधि सुगम मोबाइल ऐप एंड्राइड और आई – फ़ोन दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उपयोगकर्ता इसे गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से निःशुल्क  डाउनलोड कर सकते हैं।


भारत के कोविड – 19 के खिलाफ लड़ाई में, भारत सरकार पीएमबीजेपी जैसी उल्लेखनीय योजनाओं के माध्यम से स्वास्थ्य प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है।  जनऔषधि केन्द्रों पर 900 से अधिक गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं और 154 सर्जिकल उपकरण देश के प्रत्येक नागरिक के लिए किफायती कीमत पर उपलब्ध हैं।


 वर्तमान में, देश के 726 जिलों को कवर करते हुए 6300 से अधिक जनऔषधि केंद्र (पीएमजेएके) कार्य कर रहे हैं। लॉकडाउन अवधि में पीएमबीजेपी अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सूचनात्मक पोस्ट के माध्यम से जागरूकता फैला रहा है ताकि लोगों को कोरोना वायरस से बचाव में मदद मिल सके।


Bkk News


Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर


Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets - http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar



Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar