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कोविड-19 पर अपडेट 07 अप्रैल 2020

स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

 

देश में कोविड-19 की रोकथाम नियंत्रण एवं प्रबंधन के लिए राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साथ भारत सरकार द्वारा विभिन्न अग्र-रोधी, सक्रिय एवं श्रेणीबद्ध उपाय किए गए हैं। इनकी नियमित रूप से निगरानी एवं पुनरीक्षण सर्वोच्च स्तर पर किया जा रहा है।


स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने क्लस्टर नियंत्रण एवं प्रकोप नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। चौकसी, क्वारांटाइन सुविधाओं की निगरानी, संदिग्ध मरीजों एवं होम क्वारंटाइन के तहत रखे गए उनके संपर्कों के स्वास्थ्य का पता लगाने, नागरिकों को अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराने, हीट मॅप्स का उपयोग करते हुए प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स करना, एम्बुलेंसों एवं डिइंफेक्शन सेवाओं की रियल टाइम ट्रैकिंग, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य पेशेवरों को वर्चुअल प्रशिक्षण एवं विभिन्न जिलों में टेली-कांउसिलिंग के लिए प्रौद्योगिकी आधारित कदम उठाये जा रहे हैं।


मंत्रालय ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए एक अद्यतन प्रशिक्षण संसाधन सामग्री एवं वीडियो सामग्री प्रकाशित की है। यह https://www.mohfw.gov.in/ पर उपलब्ध है।


कोविड-19 के संदिग्ध/ पुष्टि मामलों के उपयुक्त प्रबंधन पर एक दिशा-निर्देश दस्तावेज भी जारी किया गया है जिसे https://www.mohfw.gov.in/pdf/FinalGuidanceonMangaementofCovidcasesversion2.pdf. पर देखा जा सकता है।


कोविड-19 मरीजों को देखभाल प्रदान करने के लिए उपयुक्त कोविड-19 समर्पित सुविधा की पहचान हेतु प्राथमिकता निर्धारित करने तथा निर्णय निर्माण के एक तंत्र के रूप में कोविड-19 के विभिन्न वर्गों के लिए तीन प्रकार की सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।


1. कोविड केयर सेंटर (सीसीसी):


क. हल्के या बहुत हल्के मामले या कोविड संदिग्ध मामले


ख. मेकशिफ्ट सुविधाएं।  इन्हें सार्वजनिक एवं निजी दोनों ही प्रकार से छात्रावासों, होटलों, स्कूलों, स्टेडियमों, लॉजों आदि में स्थापित किया जा सकता है।


ग. अगर आवश्यकता पड़ी तो, वर्तमान क्वारंटाइन सुविधाओं को भी कोविड केयर केंद्रों में रूपांतरित किया जा सकता है।


घ. आवश्यक रूप से एक या अधिक समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्रों का और कम से कम एक समर्पित कोविड अस्पताल को रेफरल प्रयोजन से मानचित्रण किया जाए।


2. समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र (डीसीएचसी):


क. ऐसे सभी मामलों में देखभाल की पेशकश करेगा जिन्हें नैदानिक रूप से मध्यम के रूप में सौंपा गया है।


ख. ये या तो एक पूर्ण अस्पताल होने चाहिए या वरीयता रूप से अलग प्रवेश/निकास/जोनिंग के साथ किसी अस्पताल में एक पृथक ब्लॉक होने चाहिए।


ग. इन अस्पतालों में एश्योर्ड आक्सीजन सपोर्ट के साथ बेड होने चाहिए।


3. समर्पित कोविड अस्पताल (डीसीएच):


क.  ये वैसे लोगों के लिए मुख्य रूप से व्यापक केयर की पेशकश करेंगे जिन्हें नैदानिक रूप से गंभीर माना गया है।


ख.  ये या तो एक पूर्ण अस्पताल होने चाहिए या वरीयता रूप से अलग प्रवेश/निकास के साथ किसी अस्पताल में एक पृथक ब्लॉक होने चाहिए।


ग. एश्योर्ड आक्सीजन सपोर्ट के साथ पूर्ण रूप से सुसज्जित आईसीयू, वेंटिलेटर और बेड होने चाहिए।


अभी तक, 4421 पुष्ट मामले और 117 मौतें दर्ज की गई हैं। 326 व्यक्ति ठीक होकर स्वस्थ/डिस्चार्ज हो चुके हैं।


कोविड-19 संबंधित तकनीकी मुद्दों, दिशा-निर्देशों एवं परामर्शदात्रियों पर सभी प्रमाणिक एवं अद्यतन जानकारी के लिए कृप्या नियमित रूप से https://www.mohfw.gov.in/ का अवलोकन करें।


कोविड-19 संबंधित तकनीकी पूछताछ के लिए  technicalquery.covid19@gov.in पर तथा अन्य प्रश्नों के लिए ncov2019@gov.in पर ई-मेल करें।


कोविड-19 पर किसी पूछताछ के मामले में, कृप्या स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय हेल्पलाइन संख्या  +91-11-23978046  या 1075 (टोल फ्री) पर कॉल करें। कोविड-19 पर राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों की हेल्पलाइन संख्या की सूची https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf . पर भी उपलब्ध है।


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