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किल कोरोना अभियान में जिले की पूरी जनसंख्या का सर्वेक्षण किया जायेगा -कमिश्नर

टीकाकरण अभियान भी साथ-साथ प्रारम्भ किया जायेगा


कमिश्नर ने वीसी के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर को कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के दिये निर्देश



            उज्जैन 29 जून। उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनन्द कुमार शर्मा ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किल कोरोना अभियान के लिये की जा रही तैयारियों की संभागीय समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि शासन के निर्देश अनुसार एक जुलाई से किल कोरोना अभियान शुरू किया जायेगा। इस अभियान के तहत 15 जुलाई तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सभी वार्डों में निवासरत सभी लोगों का टेस्ट किया जायेगा। टेस्ट के माध्यम से संभावित कोविड के मरीजों को चिन्हित किया जायेगा। साथ ही यदि मलेरिया या डेंगू के मरीज चिन्हित हो जाते हैं तो उनका भी उपचार किया जायेगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी जिलों की जनसंख्या का सर्वे हो जाये और सर्वे के दौरान पाये जाने वाले कोविड के मरीजों का पर्याप्त उपचार हो जाये। उन्होंने बताया कि इस अभियान के साथ-साथ गर्भवती माताओं एवं कुपोषित बच्चों के टीकाकरण का अभियान भी चलाया जायेगा। 30 सितम्बर तक सभी जिलों में शत-प्रतिशत टीकाकरण का कार्य सम्पन्न कर दिया जायेगा। कमिश्नर ने एक जुलाई को प्रारम्भ हो रहे किल कोरोना अभियान के विधिवत शुभारम्भ के अवसर पर जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करने के निर्देश दिये। उन्होंने संभाग के सभी जिलावार की जा रही तैयारियों, गठित किये गये दलों, आवश्यक उपकरणों के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अभियान के अन्तर्गत लिये गये सेम्पलों की संख्या एवं जांच की जानकारी सभी कलेक्टर के माध्यम से निर्धारित प्रपत्र में उनके पास प्रतिदिन भेजी जाये, ताकि वे इसकी मॉनीटरिंग कर सकें। पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने निर्देश दिये कि सभी जिले रोस्टर के अनुसार दल बनायें। साथ ही सर्वे टीम फीवर क्लिनिक से जुड़ी रहे। सर्वे टीम निर्धारित जगह पर पहुंच रही है कि नहीं, इसकी नियमित मॉनीटरिंग होती रहे। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि टेस्टिंग की जांच एवं रिपोर्ट सार्थक एप पर प्रतिदिन इन्द्राज की जाये। सर्वे दल को पर्याप्त प्रशिक्षित किया जाये। उन्होंने कहा कि क्योंकि टीकाकरण अभियान भी साथ-साथ चलना है, इसलिये गर्भवती माताओं को भी पहली एएनसी में ही चिन्हित करना है।



            वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उज्जैन कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे दल घर-घर जाकर सर्वे करेगा। सर्वे के लिये दल को एक रजिस्टर उपलब्ध कराया जायेगा, जिसमें सभी प्रकार की जांच की इंट्री रहेगी और इसी रजिस्टर के माध्यम से सार्थक एप में भी इंट्री की जायेगी। जिले को 750 थर्मल स्केनर प्राप्त हो चुके हैं। पल्स ऑक्सीमीटर की आवश्यकता है। लगभग 25 हजार ग्लब्स की आवश्यकता है। वर्तमान में 10 हजार चश्मे, दो हजार शू कवर प्राप्त हुए हैं। साथ ही अधिक से अधिक बीटीएम किट की आवश्यकता है।


            नीमच कलेक्टर ने बताया कि 136 सर्वे टीम, 568 पायलट टीम गठित की गई है। जिले को 17 सेक्टर में बांटा गया है। दल को पर्याप्त ट्रेनिंग दे दी गई है। हर सेक्टरवार एम्बुलेंस है। सर्वे का कार्य 15 दिन में कर लिया जायेगा। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि सीमावर्ती जिला होने के चलते नीमच में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बाहर से पलायन करके आने वाले लोगों को प्राथमिकता से होम क्वारेंटाईन किया जाये। मंदसौर कलेक्टर ने बताया कि 127 सर्वे दल एवं 1165 पायलट दल बनाये गये हैं। हर तीन घंटे में सर्वे की रिपोर्टिंग की जायेगी। थर्मामीटर, सेनीटाइजर, मास्क का वितरण किया गया है। रतलाम कलेक्टर ने अवगत कराया कि 318 सर्वे दल बनाये गये है। प्रतिदिन 5 बजे तक रिपोर्टिंग की जायेगी। सार्थक एप पोर्टल पर इंट्री सब-डिवीजन स्तर पर की जायेगी। देवास कलेक्टर ने बताया कि लगभग 1600 पायलट टीम एवं 287 सर्वे टीम का गठन किया गया है। एसडीएम, एसडीओपी एवं तहसीलदार स्तर पर भी ट्रेनिंग दी गई है। प्रपत्र 2-3-4 सर्वे टीम भरेगी। सर्वे टीम द्वारा यदि बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों को चिन्हित किया जाता है तो मरीजों के लिये पर्याप्त संख्या में बेड भी उपलब्ध हैं। शाजापुर कलेक्टर ने बताया कि 172 सर्वे टीम का गठन किया गया है। साथ ही 16 सेम्पल टीम भी बनाई गई है। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शाजापुर कलेक्टर सेम्पलिंग की संख्या बढ़ाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ.लक्ष्मी बघेल को प्रतिदिन टेस्टिंग की रिपोर्ट भेजे। आगर-मालवा कलेक्टर ने बताया कि 568 पायलट टीम का गठन किया गया है, 52 सुपरवाइजर भी नियुक्त किये गये हैं। शहरी क्षेत्र में सीडीपीओ एवं ग्रामीण क्षेत्र में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है।



            कमिश्नर श्री शर्मा ने मंदसौर, आगर-मालवा एवं उज्जैन में सावन की सवारी के सम्बन्ध में सम्बन्धित कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि इसमें पर्याप्त सावधानी बरती जाये और उज्जैन में सावन की सवारी के लिये जो मॉडल एवं योजनाएं बनाई गई हैं, उसका पालन अन्य जिले करें। जिलों में सवारी के दौरान अनावश्यक भीड़ न लगे। रूट ऐसा बनायें, जिसमें ज्यादा घर न पड़े। बताया गया कि उज्जैन में ऑनलाइन सावन की सवारी देखी जा सकेगी। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि शासकीय संस्थाओं में अनावश्यक रूप से भीड़ इकट्ठी न हो। साथ ही सभी कलेक्टर्स मास्क न लगाने वलो व्यक्तियों के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही लगातार जारी रखें। उन्होंने निर्देश दिये कि मनरेगा के कार्य जहां हो रहे हैं, वहां मजदूरों को मास्क वितरित किया जाये। साथ ही स्व-सहायता समूह से मास्क प्राप्त किये जायें।


            वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अंकित अस्थाना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।


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